बैंकों में भीड़भाड़ को व्यवस्थित करने सीईओ चंद्राकर ने लिखें पुलिस अधीक्षकों को पत्र ..


रायपुर।/ छत्तीसगढ़ शासन के आदेशों के तहत पुलिस प्रशासन धारा 144 और  लॉकडाउन को कड़ाई से पालन कराने में लगे हुए हैं ।लेकिन बैंकों में इस का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है। 
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित को छत्तीसगढ़ के किसानों का अपना बैंक कहा जाता हैं ।जहां पर किसानों को केंद्र एवं राज्य सरकार के योजनाओं का लाभ और राशि यहीँ से मिलता हैं। प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा बैंक हैं जो बिलासपुर संभागीय मुख्यालय से संचालित होती हैं। इस बैंक के अंतर्गत जिला बिलासपुर, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा, मरवाही, कोरबा,जांजगीर- चाम्पा जिलों के जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक स्तर पर बैंक का संचालन हो रहा है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बिलासपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीकांत चंद्राकर ने उक्त जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक पत्र लिखकर बैंको में भीड़भाड़ को देखते हुए बैंक में सुरक्षा कर्मियों के अभाव में सोशल डिस्टिंग का पालन न होने पर बैंक शाखाओं में राशि आहरण के समय संबंधित पुलिस थानों को सुरक्षा व्यवस्था करने का आग्रह करते हुए कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए सहयोग करने की मांग किए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीकांत चंद्राकर ने पुलिस अधीक्षकों को लिखे पत्र में बताया है कि अभी किसानों को फसल बीमा,प्रधानमंत्री कल्याण योजना, केसीसी ऋण वितरण किया जा रहा है । जिसके कारण बैंको में अपेक्षा से अधिक भीड़भाड़ हो रही हैं और बैंको द्वारा किसानों ,खाताधारकों को टोकन देने के बाद भी कोरोना महामारी को देखते हुए भी सोशल डिस्टिंग का पालन कराने से बैंक प्रबंधन को वाद - विवाद की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।इस स्थिति में सुरक्षा की दृष्टिकोण से संबंधित क्षेत्रों में एक - एक पुलिस आरक्षक की मांग की गई हैं मगर बिलासपुर संभाग के उक्त जिलों के पुलिस अधीक्षकों द्वारा इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जो चिंता का विषय है।



तरुण कौशिक, कार्यकारी संपादक, डिसेंट रायपुर