लॉकडाउन की अवधि में पत्रकारों के लिए भी बने विशेष पास


रायपुर। छत्तीसगढ़ में विश्व व्यापी कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार वर्तमान में लागू धारा 144 और लॉकडाउन को बढ़ाने की पूरी तरह से संकेत दे दिए हैं और 30 अप्रैल से भी अधिक अवधि तक इस महामारी के रोकथाम के लिए आगे बढ़ाने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं। जिसके कारण कई जगहों पर लोगों को जरूरी सामग्री लेने के लिए पास जारी किया जा रहा है। 
 आज एक खबर से पत्रकार जगत की छवि धूमिल हुई हैं ,बता दें कि दो पत्रकार प्रेस कार्ड के सहारे शराब का दस्तरी करते पकड़ाया हैं । निश्चित रुप से आज छत्तीसगढ़ में कई ऐसे अखबार हैं जो राजधानी रायपुर सहित अन्य जिलों से प्रकाशित होते हैं और खबर संकलन के लिए पत्रकार साथियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे स्थिति में पत्रकार साथियों को राज्य से लेकर ब्लाक स्तर तक जिला प्रशासन, जिला पुलिस प्रशासन या फिर क्षेत्रीय पुलिस थाना प्रभारी द्वारा "विशेष पास " जारी किया जाना न केवल पत्रकार हित में बल्कि शासन -प्रशासन के हित में बेहतर होगा बस इसमें जनसंपर्क विभाग की तरह पत्रकारों के साथ भेदभाव न किया जाए क्योंकि जनसंपर्क विभाग द्वारा दैनिक समाचार पत्रों, न्यूज चैनलों के पत्रकारों को ही अधिमान्यता पत्रकार कार्ड उपलब्ध करते आ रहे हैं। जिससे साप्ताहिक, पक्षिक, मासिक अखबारों के पत्रकार साथियों के साथ खुलकर अन्याय किया जा रहा है जो पत्रकार जगत के लिए हया की बात है। इस मांग को लेकर राजधानी रायपुर से नियमित प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र " डिसेंट रायपुर " के प्रदेश कार्यकारी संपादक तरुण कौशिक ने मुख्य सचिव आर.पी.मंडल , गृह विभाग एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू के साथ ही जिला स्तर के जिला एवं पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मैसेज कर मांग की है। 


 



तरुण कौशिक, कार्यकारी संपादक, डिसेंट रायपुर