बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ राज्य में डेढ़ माह तक पूर्ण लॉकडाउन से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से खराब होने से ये व्यापारी आम नागरिकों के जेब में डका डालते हुए कालाबाजारी करने उतारु हो चुके हैं। जिसे रोकने में प्रशासन पूरी तरह से विफल हैं।
बिलासपुर जिले में आज का दिन में किसी भी किराना दुकान में खाने वाला नमक खरीदने को लेकर ग्राहकों को आते जाते देखा गया मगर किसी भी दुकान में नमक नहीं मिल सका। वहीं जहां पर नमक मिला वहां पर बीस रुपये किलो में बिकने वाला नमक सौ रुपये तक में मिला हैं। नमक की मारमारी को लेकर खाद्य विभाग द्वारा दुकानों में पर्याप्त मात्रा में नमक होने का जानकारी दिए थे मगर आज बिलासपुर संभाग में नमक की कालाबाजारी खुलेआम करते दिखाई दी । कुछ दिन पहले गुटखा, गुडाखू की कालाबाजारी का मामला आया था और अब कोरोना महामारी के आड़ में समान न आने का हवाला देकर किराना दुकानों के संचालक नमक की कालाबाजारी करने में उतारु हो गए हैं। डिसेंट रायपुर की टीम ने बिलासपुर संभाग के विभिन्न जिलों में किराना दुकानों पर जाकर नमक खरीदी की बात कहीं गई तो परिचित दुकान वालों ने नमक न होने की बात कहीं।जबकि मुंगेली जिले में एक किराना दुकान संचालक को नमक को बेचने के बजाए कालाबाजारी करने की नियत से अपने गोदाम में सुरक्षित रखा था ।जिस पर छापामार कार्रवाई की परंतु अन्य जिलों में यहीं बीस रुपये का नमक सौ रुपये तक में बिका हैं और शिकायत करने पर खाद्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। बहरहाल देखना होगा कि कोरोना के बचाव के लिए लागू लॉकडाउन में और किस -किस सामग्रियों की कालाबाजारी जारी रहेगा।
तरुण कौशिक
कार्यकारी संपादक
डिसेंट रायपुर