बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव को यह जानकर हर्ष होगा कि उनके राज्य, प्रभार वाले जिले में एक ऐसा युवा अफसर हैं जो अपने बेहतर कार्यों को लेकर एक अलग पहचान बनाई हैं मगर इन दिनों अपने कार्यप्रणाली को लेकर सुर्खियों में हैं ,जिससे जिला प्रशासन की खूब फजीहत हो रहा है।
बिलासपुर संभाग अंतर्गत मुंगेली जिले के लोरमी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी रुचि शर्मा इन दिनों खूब चर्चा की विषय बनी हैं। कोरोना महामारी के रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन बेहतर कार्य कर रहे हैं ,वहीं जिला कलेक्टर डां. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे के मार्गदर्शन में लोरमी के युवा अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व ) रुचि शर्मा भी कई उल्लेखनीय कार्य करके लोगों के दिलों में जगह बनाई हैं मगर कोरोना महामारी के रोकथाम के जारी धारा 144 और लॉकडाउन के कड़ाई से पालन कराने के लिए राजनीति से जुड़े लोग इनसे खासे नाराज हैं। इसी कड़ी में इन पर एक भूतपूर्व सैनिक पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लग चुके थे और बाद में एसडीएम की विरुद्ध शिकायत करने वाले भूतपूर्व सैनिक ने खबरों को लेकर लिखित में खंडन करते हुए रुचि की हित में बात कहीं थी।यह मामला अभी शांत हुआ ही नहीं था कि लोरमी के डिडौला पंचायत में क्वारांइटन में रखें गए एक भूतपूर्व सैनिक ने एसडीएम रुचि शर्मा पर दुव्यर्वहार करने के साथ ही डंडे से पिटाई करने का आरोप लगाए गए हैं जो इन खूब वायरल हो रहा हैं ।इधर इस मामले की तह तक " डिसेंट रायपुर " टीम पहुंचा तो पता चला कि जो भूतपूर्व सैनिक क्वारांइटन में रखें गए हैं वह लॉकडाउन के साथ ही क्वारांइटन का नियमों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं थे और एसडीएम रुचि शर्मा ने इसे रंगे हाथ बाहर घूमते - फिरते पाया तो कोरोना रोकथाम के लिए क्वारांइटन को लेकर शांतिपूर्ण समाझाईश दी लेकिन भूतपूर्व सैनिक को एसडीएम रुचि का उनके ही हित में दी गई समाझाईश नागवार गुजरा कि खुद को हाईलाइट करने की सोच को लेकर इस तरह की हरकत करते हुए रुचि शर्मा की छवि को धूमिल करने में अपनी काबिलियत समझे। निश्चित रूप से सैनिक हमारे आने वाले भविष्य के लिए सरहद पर रहकर जंग लड़ते हैं जो काबिल ए तारीफ हैं लेकिन आज यह भी कड़वा सच है कि हम सब अपने राज्य, जिले,गांव को कोरोना मुक्त बनाने के लिए लॉकडाउन और क्वारांइटन में रह रहे मगर एसडीएम रुचि शर्मा जैसे होनहार ,गरीबों की सेवा करने वाली इस अफसर से न जाने क्यों जिले के भूतपूर्व सैनिकों को चिढ़ हैं जो छोटी- छोटी बातों पर रुचि की छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं। एक माह के भीतर भूतपूर्व सैनिकों द्वारा रुचि के खिलाफ आवाज बुलंद करने से जिला कलेक्टर भी चिंता में डूब गए हैं। आखिर रुचि शर्मा से क्षेत्र के भूतपूर्व सैनिकों को किस बात की चिढ़ हैं ,खुलकर बताएं ताकि शिकायतों का निराकरण किया जा सके।
एसडीएम की विदाई तय
वहीं कोरोना महामारी के बीच लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा पर लगातार भूतपूर्व सैनिकों के साथ ही क्षेत्र के ग्राम पंचायत सावंतपुर के आश्रित ग्राम पथरताल के ग्रामीणों ने भूतपूर्व सरपंच द्वारा बेजाकब्जा किए जाने पर कार्रवाई न करने की शिकायत कलेक्टर से लेकर संभागीय आयुक्त तक किए जाने से लोरमी से इनका विदाई तय मानी जा रही हैं।देखना होगा कि रुचि शर्मा को बेहतर कार्य करने की सजा किस रुप में मिलती हैं।
दम नहीं जो...
वहीं डिसेंट रायपुर द्वारा रुचि शर्मा के द्वारा किए गए कई उल्लेखनीय कार्यों को प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने से हमारे कार्यकारी संपादक तरुण कौशिक को क्षेत्र के कांग्रेसियों ने कहा हैं कि रुचि शर्मा इन लोगों को मोटी रकम देकर खुद की तारीफ छापवाती हैं तो कांग्रेसियो बताना चाहेंगे कि रुचि शर्मा के खिलाफ सावंतपुर पंचायत में भूतपूर्व सरपंच के बेजाकब्जा का प्रकरण पर डिसेंट रायपुर ने रुचि द्वारा कार्रवाई न कर संरक्षण देने संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित किए थे। जिस पर कलेक्टर ने जांच का आदेश भी दिए हैं। डिसेंट रायपुर अपने शुरुआती दौर से लेकर अब तक बेबाकी से खबरें प्रकाशित की हैं और रुचि में क्या राष्ट्रपति में दम नहीं हैं जो खबरों के प्रकाशन को लेकर डिसेंट रायपुर को खरीद सके।
तरुण कौशिक
कार्यकारी संपादक ,डिसेंट रायपुर