भ्रष्ट कार्यक्रम अधिकारी के समक्ष सीएम लाचार



बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अपने पदभार ग्रहण करते ही भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के जो संकेत दिए गए थे उससे उम्मीद थी कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अब कांग्रेस सरकार के राज में कार्रवाई होगी मगर बिलासपुर संभाग के एक कार्यक्रम अधिकारी पर फर्जीवाड़ा के साथ ही भ्रष्टाचार की शिकायतों पर भी जिला प्रशासन की बात दूर मुख्यमंत्री तक कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं ।
 बिलासपुर संभाग के नवगठित जिला गौरेला-पेण्ड्रा- मरवाही के अंतर्गत जनपद पंचायत मरवाही के पूर्व एवं बिलासपुर जिले के बिल्हा जनपद पंचायत में मनरेगा शाखा में पदस्थ कार्यक्रम अधिकारी पवन द्विवेदी पर रोजगार सहायक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने के साथ ही मनरेगा में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार करने की शिकायत मरवाही के सिवनी ग्राम पंचायत निवासी सामाजिक कार्यकर्ता पवन बनाफर ने साक्ष्यों के साथ लगातार संभागीय आयुक्त बी.एल.बंजारे, जिले के कलेक्टर डां. संजय अलंग, जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल से शिकायत की गई मगर जांच कमेटी बनने के बाद भी आज तक इस शिकायत पर कोई निष्पक्ष जांच नहीं होने की स्थिति पर बीते 06 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंचायत मंत्री टी.एस.सिंहदेव, जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ ही मुख्य सचिव आर.पी. मंडल और  पंचायत विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू  से की गई थी मगर तीन माह बीत जाने के बाद भी पवन द्विवेदी के खिलाफ मिले शिकायतों पर किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की हैं। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सत्ता में काबिज होने के पहले भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कहीं थी लेकिन उक्त विवादित अधिकारी के खिलाफ पंचायत विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की बात दूर खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। जिससे ऐसा लगता हैं कि कांग्रेस सरकार भी भाजपा सरकार की तरह घोटालेबाजों से मोटी रकम लेकर भ्रष्टाचार करने की छुट दे रहे हैं ,शायद यहीं कारण हैं कि मरवाही के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी पवन द्विवेदी के खिलाफ मिले शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाए सीएम भी इनके सामने लाचार हो चुके हैं ।ऐसा नहीं तो फिर तीन माह बीत जाने के बाद सीएम द्वारा कोई कार्रवाई न करना समझ से परे हैं। बहरहाल देखना होगा कि सीएम भूपेश बघेल इस मामले पर कब तक कार्रवाई करते हैं।

 हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी
वहीं मरवाही के ग्राम पंचायत सिवनी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता पवन बनाफर ने बताया कि कार्यक्रम अधिकारी पवन द्विवेदी के खिलाफ दर्जनों बार शिकायत करने के बाद भी शासन-प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई ।जिससे आहत होकर रोजगार सहायक की भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों के सहयोग से इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही हैं।



तरुण कौशिक, कार्यकारी संपादक, डिसेंट रायपुर