रायपुर/ एक तरफ कोरोना महामारी दूसरी तरफ लॉक डाउन डेढ़ माह से ऊपर हो गए देश भर के पुरुषों को हाथ मे हाथ धरे खाली बैठे हुए और कमाई के कोई संकेत भी नज़र नही आ रहे है ऐसे में छत्तीसगढ़ बिजली विभाग का सितम देखिए जैसे ताज़े जख्म में मिर्ची पाउडर रगड़ दिया हो उसके कर्मचारी द्वारा बिल रिडिंग कर जब बिल थमाया गया तो लगभग तीन हजार से ऊपर का बिल उसे देखते ही उपभोगता के होश फाख्ता हो गए यह स्थिति किसी एक उपभोक्ता का नही वरन रायपुर शहर के सभी वर्ग के लिए चिंता का सबब बन गया है अब रोना रोए किसके पास तुरन्त समाचार पत्र कार्यालय में मोबाइल। करके अपना दुखडा रोना शुरू कर दिया बताया जाता है कि विगत माह विधुत शुल्क एवरेज भेजा गया था जो भी हजारों का बताया जाता है फिर भी पीठ थपथपाई गई थी भविष्य बिल में संशोधित राशि का बिल आएगा परन्तु इस महीने सीधे चार से पांच हजार बिजली बिल जो एक एक उपभोक्तओं को अतिरिक्त भार पढ़ रहा है ,,लोगों में इसे लेकर भीतर ही भीतर रोष फैल रहा है कि अब इस बेरोजगारी और महामन्दी के महा बन्दी दौर में पैसे लाए तो कहां से लाएं,, आवाज़ तो यह भी उठ रही है कि जब तक लॉक डाउन है तब तक का बिजली बिल उपभोक्ताओं का माफ किया जाए, क्योंकि बेरोजगारी के इस दौर में पैसे लाएं तो कहां से लाएं? ऐसा ज्ञात हो रहा है कि बढ़ी बिजली बिल को लेकर जनता में कोई आक्रोश न फुट जाए । ज्ञात हो छग प्रदेश में इतना अधिक बिजली उत्पादन होता है कि प्रदेश में खपने के बाद भी अन्य राज्यों को बिजली बेची जाती रही है ।