Cricket Match Fixing: कोरोना वायरस महामारी के झटके से क्रिकेट अभी उबरा भी नहीं है कि साल 2000 के हांसी क्रोन्ये मैच फिक्सिंग प्रकरण के मुख्य आरोपित सट्टेबाज Sanjeev Chawla ने उसे करारा झटका दिया है। Sanjeev Chawla ने सनसनीखेज खुलासा किया कि सभी क्रिकेट मैच फिक्स होते हैं।लंदन में रहने वाले इस सट्टेबाज ने दावा किया कि कोई भी क्रिकेट मैच निष्पक्ष नहीं होता है और सभी क्रिकेट मैच जो लोग देखते हैं, वह फिक्स होता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार चावला ने कहा, एक बहुत बड़ा सिंडीकेट और अंडरवर्ल्ड माफिया इससे सीधे तोर पर जुड़े हुए हैं, इसलिए वो इस बारे में ज्यादा खुलकर नहीं बता सकता है अन्यथा उसकी जान को खतरा हो जाएगा। जिस तरह निर्देशक के इशारे पर फिल्म चलती है, वैसे ही इस सिंडिकेट के इशारे पर क्रिकेट में फिक्सिंग होती है।चावला का यह बयान अदालत को सौंपे गए पूरक आरोप पत्र का हिस्सा है लेकिन इस पर आरोपित के हस्ताक्षर नहीं है। चावला के यह चौंकाने वाली जानकारी भी दी कि इस मामले में जांच अधिकारी DCP (क्राइम ब्रांच) डॉ. जी राम गोपाल नाइक भी सिंडीकेट के निशाने पर थे और उनकी जान को खतरा था।विशेष पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रवीर रंजन ने कहा कि मामला अभी जांच के दायरे में है, इसलिए इससे जुड़े मामले में कोई बयान नहीं दे सकते हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अपने पूरक आरोप पत्र में यह भी कहा कि संजीव चावला का जांच में सहयोग नहीं करना अपराध में उनकी भागीदारी को प्रमाणित करता है। ट्रायल कोर्ट में जमानत आदेश पर हाईकोर्ट की रोक के अभाव में संजीव चावला इस महीने की शुरुआत में तिहाड़ जेल से बाहर आ गया था। इस राहत के बाद दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले की सुनवाई अगले महीने होगी।