इंग्लिश मीडियम स्कूल के नाम पर किए गए स्थानांतरण विवादों से घिरे तो स्थानांतरित शिक्षकों से मांगे सहमति पत्र

डिसेंट की खबर का असर..........



 रायपुर / छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में इंग्लिश मीडियम स्कूलों में अपात्र शिक्षकों की लेनदेन कर स्थानांतरण करने की खबर डिसेंट रायपुर ने अपने अंक क्रमांक 16, दिनांक 09 जून 2020 से 15 जून 2020 तक के प्रथम पृष्ठ में " शिक्षा विभाग के लापरवाह अफसरों के सामने मंत्री बेबस " शीर्षक खबर प्रमुखता से प्रकाशित किए थे। जिसमें इंग्लिश मीडियम स्कूलों में हुए अपात्र शिक्षकों और अपनी इज्जत बचाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्थानांतरित शिक्षकों से उक्त विद्यालय में पदस्थापना करने की सहमति पत्र मांगे हैं। जिससे स्पष्ट होता हैं कि डिसेंट रायपुर में जिस साक्ष्यों के साथ खबर प्रकाशित किए थे वह सच हैं ।


डिसेंट रायपुर ने अपने उक्त अंक में प्रकाशित खबर पर शिक्षा विभाग से जुड़े वाट्सएप ग्रुपों की वार्तालाप के आधार पर जो खबरें प्रकाशित किए थे ।उन्हें शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ.आलोक शुक्ला, संचालक जितेंद्र शुक्ला के कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा किया हैं और डिसेंट रायपुर में प्रकाशित खबर पर मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव से लेकर मंत्री ने उक्त अफसरों को कड़ी फटकार लगाई हैं । शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि उक्त खबर और मुख्यमंत्री, मंत्री के नाराजगी के बाद स्थानांतरण सूची निरस्त करने के बजाए शिक्षा विभाग के संचालक जितेंद्र शुक्ला ने अपने हस्ताक्षरित पत्र क्रमांक / स्थापना/अंग्रेजी माध्यम/2020/ 1389 नया रायपुर ,दिनांक 10/06/2020 को समस्त संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर आदेशित किया है कि जिले के चयनसमिति द्वारा व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक एवं अन्य स्टाफ का चयन करने के पश्चात शासन द्वारा संबंधितों का आदेश प्रसारित किए गए थे। उत्कृष्ट विद्यालयों में उपरोक्त कर्मचारियों का आगामी आदेश का कार्यभार ग्रहण न करवाएं। वहीं एक सहमति पत्र जिसमें उनके द्वारा पंजीकृत सोसायटी के अंर्तगत प्रतिनियुक्ति पर करने की इच्छा व्यक्त की गई ,इस आशय की सहमति पत्र संबंधितों से 11/06/2020 तक विभागीय ईमेल से मंगाया गया हैं। 


जिससे स्पष्ट होता हैं कि शिक्षा विभाग ने लेनदेन कर अपने चहेतों को इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पदस्थापना कराई हैं और इस मामले पर शिक्षा विभाग पर दाग लगने पर अब बिना आवेदन पत्र,बिना इंटरव्यू के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में स्थानांतरित होने वाले शिक्षकों से प्रतिनियुक्ति के नाम पर सहमति पत्र लेने से विभाग के कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। बहरहाल डिसेंट रायपुर शिक्षा विभाग की और भी कारनामे को प्रकाशित करते रहेगी।


छाया भी हुए नाराज - वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी राज्यसभा सासंद छाया वर्मा द्वारा भी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव एवं संचालक को अपने करीबी कार्यकर्ता अतुल जो उनके बेटे के करीबी दोस्त हैं उनके दो शिक्षकों का जो नियमानुसार इंग्लिश मीडियम के स्कूल से संबंधित हैं उनका भी इन विद्यालयों में पदस्थापना नहीं करने पर शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम को पत्र लिखकर पदस्थापना किए जाने की मांग की हैं जो निश्चित रुप से भूपेश बघेल के लिए शर्म की बात हैं।