विश्व पर्यावरण दिवस पर कृति ग्रुप आफ इंस्ट्टियूशन में वेबिनार का आयोजन



कृति ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के सहयोग से वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का मुख्य बिंदु "नवीकरणीय ऊर्जा एवं पर्यवरण अभियांत्रिकी" रहा। यह वेबिनार और भी खास इसलिए रहा क्योंकि इसका आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया गया। वेबिनार का आयोजन ज़ूम मीटिंग अप्प के द्वारा किया गया था। कार्यक्रम की मेजबानी डॉ. मिथलेश सिंह ने की। वेबिनार के पहले वक्ता एनआईटी के प्रोफेसर डॉ. आर. एन पटेल रहे जिनका विषय "सोलर मिक्रोग्रिड" और दूसरे वक्ता असिस्टेंट प्रोफेसर एनआईटी डॉ. एस एस पी मथारू रहे जिनका विषय " ट्राइबोलॉजी फ़ॉर एनेर्जी एंड एनवायरनमेंट" था। वेबिनार के शुरुआत में कृति इंस्टिट्यूशन के अकैडमिक डायरेक्टर डॉ. बी सी जैन ने स्वागत भाषण दिया एवं सभी प्रतिभागियों का इस वेबिनार में स्वागत किया। बाद में विभाग अध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने वहां मौजूद सभी छात्रों और अध्यापकों का इस वेबिनार से जुड़ने के लिए आभार प्रकट किया। इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण अभियांत्रिकी के भविष्य और इस विषय की संभावना पर प्रकाश डाला। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में बहुत से रोचक तत्व भी प्रतिभागियों के सामने रखे। इस वेबिनार में केवल अध्यापकों ने ही नही बल्कि छात्रों ने भी हिस्सा लिया और अपने ज्ञान का दायरा बढ़ाया। वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ आर पटेल ने नवीकरणीय ऊर्जा की विस्तृत जानकारी पीपीटी के माध्यम से सबके समक्ष रखी और सूर्य ऊर्जा के विभिन्न उपयोगों के बारे में बताया। प्रवक्ता डॉ. एस एस पी मथारू ने सूर्य ऊर्जा और इसकी महत्वपूर्णता पर प्रकाश डाला। उन्होंने ये भी बताया कि पर्यावरण हमारे लिए किया उपयोगी है और पर्यावरण अभियांत्रिकी आने वाले भविष्य में क्या भूमिका निभाएगी। इस पूरे वेबिनार के दौरान पूरे देश से अलग अलग किस्म के सवाल आते रहे। किसी ने सूर्य ऊर्जा और उसके उपयोग को गहराई से जानना चाहा तो किसी ने सूर्य ऊर्जा के भविष्य पर सवाल खड़े किये। इस एक दिवसीय वेबिनार समारोह में बड़ी संख्या मे छात्रों एवं अध्यापक ने भाग लिया।