भ्रष्टाचारियों पर प्रशासन मेहरबान, पत्रकार को मिली धमकी
ओम प्रकाश मिश्रा
रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए बड़ी ही शर्म की बात हैं कि उनके अधीनस्थ जिम्मेदार अफसर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर उन्हें भ्रष्टाचार करने की छुट दे रहे हैं और खबर छापने पर पत्रकार को खुलेआम धमकी दी जा रही हैं। जिसकी खबर मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस महानिदेशक तक को होने के बाद भी आधी अधूरी कागजी कार्रवाई के सिवाऐ कुछ नहीं कर पा रहे हैं ।
छत्तीसगढ़ के नियमित साप्ताहिक समाचार पत्र *डिसेंट रायपुर* के कार्यकारी संपादक तरुण कौशिक को उनके गृह जिला बिलासपुर के बिल्हा ब्लॉक के एक ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार को उजागर करने के मामले पर सचिव के पति ने जान से मारने एवं महिला कानून की आड़ में फसाने की धमकी दी हैं । बताना लाजिमी होगा कि बिलासपुर जिले के साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों में सरपंच, सचिव और सरकारी विभागों के जिम्मेदार अफसरों द्वारा खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। जिसे *डिसेंट रायपुर* पूर्ण दस्तावेजों के साथ प्रकाशित कर रहे है तो वही बिल्हा के एक ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव के खिलाफ पिछड़े चार महीनों से ग्रामीणों ने पूरी साक्ष्यों के साथ खबर प्रकाशित किए थे। जिससे बौखला कर सचिव के पति ने कॉल कर डिसेंट रायपुर के कार्यकारी संपादक तरुण कौशिक को जान से मारने व महिला कानून की आड़ में फसाने की धमकी दी हैं। निश्चित रुप से चार महीनों के शिकायत के बाद बिलासपुर जिला प्रशासन भ्रष्टाचार के मामले पर कार्रवाई नहीं किए जाने से यह कहना गलत नहीं होगा कि भ्रष्टाचारियों से जिम्मेदार अधिकारियों को कमीशन के रुप में मोटी रकम मिल रही हैं तो क्यों कार्रवाई करें । बहरहाल इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस महानिदेशक से की गई हैं । देखना होगा कि इस मामले पर पुलिस प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई करते हैं या नहीं ?