मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग को सौंपा गया ज्ञापन, गौवंश की मृत्यु को रोकने हेतु सफल मापदंड के लिये माँगा गया सुझाव/ मार्गदर्शन


मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग को सौंपा गया ज्ञापन, गौवंश की मृत्यु को रोकने हेतु सफल मापदंड के लिये माँगा गया सुझाव/ मार्गदर्शन 


 


विकासखंड आरंग ग्राम पंचायत बैहार में किसानों के खेतों में हो रहें फ़सल चरी, घटना दुर्घटना में हो रहीं गौवंश की मृत्यु को रोकने हेतु सफल मापदंड के लिये माँगा गया सुझाव/ मार्गदर्शन 


 


 राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा ,गरवा,घुरवा, बाड़ी के तहत ग्राम पंचायत बैहार में हुये उत्कृष्ट विकास कार्यों की चर्चा पुरे छत्तीसगढ़ में हो रही है जिसके लिये किसान हितैषी यसस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी, क्षेत्रीय विधायक मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया जी, धन्यवाद के पात्र हैं इससे यह साबित होता हैं कि ये सब कार्य वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियो के सक्रियता औऱ प्रशासन के दिशा निर्देश अनुरूप कार्य करने से ही संभव हो पाया है


   वहीं दूसरी ओर 2019-20 में हुये पंचायत चुनाव में हारे हुये लोग एवं उनके चंद कार्यकर्ता चुनाव की हार का बदला लेने के लिये कूटरचित कर वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियो की छवि को ख़राब करने की कोशिश करके जनमानस को दृग्भ्रमित कर शासन/प्रशासन की कार्यों में बाधा उत्पन्न करने का प्रयत्न किया जा रहा है 


 


   ज्ञात हो कि कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर के पत्र के आदेश का परिपालन करते हुये एक सप्ताह तक लगभग 50 मवेशियों को गौठान में रखा गया था वर्तमान पंचायत प्रतिनिधि गौठान में अस्थायी कार्यलय लगाकर चारा पानी पशुओं के रख रखाव का जायजा लेते रहे है


 


रात्रिकालीन सुरक्षा हेतु 2 चौकीदार नियुक्त किये हैं पशु आहार के रूप में पैरा, नेपियर घास सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं सुबह 9:00बजे से सायं 4 बजे तक पशुधन को गौठान में रखा जाता हैं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग से जारी हुये पत्र के परिपेक्ष्य में इन सब गतिविधियों के चलते गाँव में मीटिंग आहूत कर समस्या के निराकरण करने प्रयास किया गया! जिसमें चुनाव में हारे हुये लोगों के कार्यकर्ता नारायण साहू एवं उनके साथियों द्वारा बार बार तथ्यहीन शिकायत जनपद जिला के अधिकारियों से करके स्थानीय समाचार पत्रो में प्रकाशित करवाने के लिये दबाव बनाया जाता हैं दिनांक12/09/2020 में प्रकाशित अंक में सरपंच की अनुपस्थिति एवं सरपंच प्रतिनिधि हेमंत साहू का बैठक समाप्त होने के पूर्व उठ कर चले जाना पंचायती राज अधिनियम का मखौल उड़ाना प्रकाशित किया गया है जो कि पूर्णतः मृथ्या,भ्रामक हैं जबकि शासन का ऐसा कोई भी आदेश नहीं है कि कोविड 19 के संक्रमण को फैलते हुये देख


एक जगह एकत्रित होकर कोरोना के नियंत्रण औऱ रोक थाम के शासन के नियमों धज्जियाँ उड़ाये बावजूद इसके वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियो ने


पशुपालक औऱ कृषकों के निवेदन को स्वीकार करते हुये बैठक में भाग लिया और किसानों एवं पशुपालको के हित ध्यान में रखते हुये!सरपंच प्रतिनिधि हेमंत साहू द्वारा निवेदन किया गया कि जैसे गाँव की फसल सुरक्षा के लिये गाँव की परंपरा रही है कि चार चार किसान सप्ताह के हिसाब से फसल की रक्षा करते हैं! उसी प्रकार से करे एवं किसानों के सहयोग के लिये पंचायत औऱ गौठान समिति द्वारा आवारा मवेशियों को गौठान में रख कर चारा पानी सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही


वहीं उपसरपंच नन्दकुमार यादव द्वारा गौठान में लाने के पूर्व एवं गौठान से छूटने के पश्चात गौधन को पशुपालको को घर में बांध कर रखने के लिये आग्रह किया गया किन्तु चन्द चार लोगों एवं उनके कार्यकर्ता चुनावी हार का बदला लेने के लिये निवेदन को अस्वीकार करते हुये शासन/प्रशासन के कार्यों को बाधित करने का निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।