ग्राम पंचायतों के विकास में सबसे बड़ी बाधा, राशि समय पर नही मिलना - मीना चिमनलाल साहू
रायपुर। पंचायती राज मे सुव्यवस्थित, सुचारू ढंग से जन कल्याणकारी विकास परक कार्यों के सफल क्रियान्वयन के लिए शासन द्वारा जारी की जाने वाली आर्थिक व्यवस्था सबसे बड़ा आधार स्तंभ होता है परन्तु यही जारी होने वाली राशि यदि अनियमित रूप धारण कर ले तो संपूर्ण व्यवस्था चरमरा जाती है और ग्रामीण क्षेत्र के विकास रुक जाते है कुछ इसी प्रकार की चरमराई व्यवस्था वाली तस्वीर बयां करती है ग्राम पंचायत गौरभाट की जहां राज्य शासन से प्राप्त होने वाली राशि समय पर जारी न होने पर ग्राम पंचायत गौरभाट विकास की मुख्यधारा से अलहदा हो कर पिछड़ गया है विकास खंड आरंग और विधानसभा अभनपुर के 3800 आबादी वाले ग्राम में 2000 मतदाता है ग्राम पंचायत गौरभाट के वर्तमान सरपंच मीना चिमनलाल साहू है उनका कथन है कि ग्राम गौरभाट में विकास कार्य थम सा गया है इसका मुख्य कारण जनपद पंचायत द्वारा विकास कार्यों के लिए जारी होने वाली राशि समय पर नही मिल पाती जिसके लिए हमे ब्याज लेकर अथवा दूसरे मद की राशि से विकास कार्य पूर्ण कराना पड़ता है दूसरे अन्य मद की राशि इतनी अधिक नही होती कि उक्त राशि को प्रारंभ किए गए विकास कार्यों में समायोजित किया जा सके इसके लिए निर्माण सामग्री अथवा मजदूरी भुगतान हेतु ब्याज से राशि लेनी पड़ती है फिर भी विकास कार्य पूर्ण नही हो पाता तथा कार्य आधा अधूरा रह जाता है कार्ययोजना अनुसार यदि दिए गए प्राक्कलन की राशि समयावधि में जारी हो जाए तो विकास कार्यों को गति मिलेगी ही साथ ही सुव्यवस्थित ढंग से मजदूरी भुगतान इत्यादि भी हो सकेगा। श्रीमती मीना चिमन लाल साहू ने आगे बताया कि मूलभूत की राशि मनरेगा एव 14 वे वित्त राशि पोषण के लिए जिला सी ओ से आदेश लेना पड़ता है यह प्रक्रिया समस्त ग्राम सचिवों को करनी पड़ती है फिर भी इस वर्ष के कार्यकाल में राज्य शासन के आदेशानुसार धान उपार्जन केंद्र (चबूतरा) का निर्माण कराया गया गौठान में अनेक निर्माण हुए है जिसमे,शेड निर्माण,4 नए टँकी, बनाए गए है जबकि वित्त वर्ष 2019 -20 में पूर्व सरपंच कार्यकाल में दो टैंक, स्वच्छ भारत मिशन के तहत तरल एव ठोस अपशिष्ट पदार्थ निष्पादन हेतु पांच अन्य टैंक निर्माण किया गया था गौठान के समीप स्थित बाड़ी में कोई फसल नही ली गई केवल कुछ मौसमी सब्जी का उत्पाद किया गया है उन्होंने आगे बताया कि ग्राम में लगभग पच्चीस स्वसहायता समूह सक्रिय है जो बाड़ी के व्यवस्थापन सहित मछली पालन, गौठान संचालन में अपनी महती भूमिका निभा रही है उन्होंने आगे बताया कि गौठान में गोबर खरीदी सहित बर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण योजना भी है जिसका संचालन भी महिला समूह द्वारा की जाएगी इस के अलावा ग्राम गौरभाट में खनिज न्यास मद से अब तक कोई राशि प्राप्त नही हुई है जिसका उपयोग क्षेत्र की विकास में किया जा सके सरपंच प्रतिनिधि चिमन लाल साहू ने बताया कि सबसे अधिक आबादी वाले ग्राम में अब तक अनेक विकास कार्य किए जाने शेष है जिसमे दशगात्र शेड निर्माण, शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए 10+12 तक हाई सिकेंडरी कक्ष निर्माण, ग्राम में ही सात एकड़ भुभग को अतिक्रमणकारीयो से कब्जा मुक्त करवाना तथा सर्वाधिक आवश्यकता उप स्वास्थ्य केंद्र का ग्राम क्षेत्र में खुलवाने की योजना समाहित है उपरोक्त समस्त समस्याओं का निराकरण हेतु आर्थिक आभाव का सामना करना पड़ रहा है वही गौठान पहुंच मार्ग के लिए भी अब तक राशि अप्राप्त है श्रीमती चिमनलाल साहू ने बताया कि ग्राम में अतिक्रमण बहुत अधिक हो गया है उसे भी कब्जा मुक्त करना पहली प्राथमिकता है 2010 से 2015 तक पूर्व सरपंच रहे चिमनलाल साहू ने बताया कि ग्राम गौरभाटा में कोरोना संक्रमण काल के दौरान चुस्त दुरुस्त व्यवस्था की गई संपूर्ण ग्राम को सेनेटाइज कराया गया साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया जन जागरूकता हेतु रैली के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य हेतु जागरूक किया गया मास्क सहित सेनेटाइजर वितरित किया गया ग्राम नालियों के स्वच्छता हेतु राशि प्राप्त हुआ है परन्तु अन्य राशि अब तक लंबित है उन्होंने बताया कि ग्राम की मूलभूत समस्या का निराकरण अनवरत जारी है जिसमे बिजली, पानी, सड़क मुख्य है समस्त विकास कार्य एवं मूलभूत समस्याओं के निराकरण और समाधान के लिए पंचगण एव सचिव का पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है तथा उन्हें ग्राम वासियों का सहयोग एव आशीर्वाद भी लगातार प्राप्त हो रहा है जिसके लिए उन्होंने संपूर्ण ग्राम वासियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।